आपको बता दें कि, सतपुड़ा भवन में लगी आग कितनी भीषण होगी, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि, 16 घंटे में शहरभर के दमकल दलों के साथ एयरफोर्स की मदद लेकर 16 घंटे की कड़ी मशक्कत बाद आग पर काबू पाया गया। सीएम शिवराज सिंह के निर्देश पर गठित अफसरों की टीम सतपुड़ा भवन में जांच के लिए पहुंची। जांच दल के सदस्य ACS होम राजेश राजौरा ने प्रारंभिक जायजा लिया। वहीं मंगलवार सुबह सीएम हाउस में रिव्यू मीटिंग हुई, जिसमें मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य सचिव, डीजीपी, मंत्री नरोत्तम मिश्रा, प्रभु राम चौधरी, जांच अधिकारी राजेश राजौरा, मो. सुलेमान, नीरज मंडलोई समेत कई सबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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आग पर गर्माई सियासत
-कमलनाथ का आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सतपुड़ा भवन अग्निकांड को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। कमलनाथ ने कहा कि, ये भ्रष्टाचार का उदाहरण है। आग लगी या लगाई गई ये अहम सवाल है ? अभी तक बताया गया 12 हजार फाइलें जल गईं। पता नहीं कितनी हजारों फाइलें जली है, उसका क्या लक्ष्य था, क्या उद्देश्य था। ये बड़े भ्रष्टाचार की तरफ इशारा कर रहा है। कमलनाथ ने इस मामले की जांच स्वतंत्र एजेंसी द्वारा कराए जाने की मांग की है।
विधायक बोले- …अजीब संयोग है, है ना?
वहीं, कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, सत्ता परिवर्तन की आहट जब होती है तो शासकीय कार्यालयों में आग लग जाती है। आग बुझाने के लिए सेना को और सभी को धन्यवाद। ऐसा पहले भी हुआ है, अजीब संयोग है, है ना?
सभी दस्तावेज सुरक्षित- गृहमंत्री
वहीं, कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे दस्तावेज नष्ट करने के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि, ये डिजिटल युग है। इसमें दस्तावेज नष्ट करना संभव नहीं। सभी विभागों के दस्तावेज डिजिटल रूप में हार्ड ड्राइव में उपलब्ध हैं। थोड़ा समय लगेगा जल्द पूरा बैकअप क्रिएट बना लिया जाएगा। सीएम शिवराज ने मामले की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। आज शाम से कमेटी जांच शुरु कर देगी। कांग्रेस की साजिश के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि, 4000 कर्मचारी वहां काम करते हैं कैसे कोई पेट्रोल केरोसिन ले जाएगा। कांग्रेस हादसों पर राजनीति करती है। शाम तक वैकल्पिक दफ्तर शुरू कर दिया जाएगा। कल से कर्मचारी काम पर लौट सकेंगे।
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वहां कोई ऐसे दस्तावेज नहीं, जिन्हें जलाया जाए
बैठक खत्म होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि सीएम शिवराज ने हाई स्तरीय कमिटी गठित की है, जो इसकी पूरी जांच करेगा। कर्मचारियों के लिए पूरी तरह एक अल्टरनेटिव का इंतजाम किया जाएगा। वहीं कांग्रेस के आरोपों पर मंत्री प्रभुराम ने कहा- वहां पर कोई भी ऐसे महत्वपूर्ण दस्तावेज उपलब्ध नहीं थे, जो इस तरह के काम किया जाए। कांग्रेस के आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है। दुर्घटनाओं पर राजनीति करना गलत है। वहां चार हजार से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं, कोई इस तरह की साजिश क्यों करेगा। ज्यादातर दस्तावेज ऑनलाइन सुरक्षित हैं। पूरी राहत दी गई है। कर्मचारियों के कामकाज के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी।
सतपुड़ा भवन के कर्मचारियों की छुट्टी घोषित
आगजनी की घटना के बाद सतपुड़ा भवन में संचालित होने वाले सरकारी दफ्तरों की मंगलवार को छुट्टी घोषित की गई है। मध्य प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में आदेश भी जारी किया है। सतपुड़ा भवन में संचालित होने वाले सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, भोपाल कमिश्नर और भोपाल कलेक्टर को भी इस आदेश की प्रति भेजी जा चुकी है।